बागबहरा CHC अस्पताल में कार्यरत जूनियर डॉक्टर निलेश द्विवेदी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। बताया जा रहा है कि डॉक्टर निलेश द्विवेदी, जो अभी स्थायी डॉक्टर नहीं हैं और बॉन्ड पर कार्यरत हैं, मरीजों की स्थिति को अनावश्यक रूप से गंभीर बताकर महानदी नामक एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने का दबाव बना रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉक्टर निलेश द्विवेदी बिना किसी ठोस कारण के मरीजों और उनके परिजनों को डराकर उन्हें सरकारी अस्पताल में उपलब्ध सेवाओं का लाभ नहीं लेने देते। इसके बजाय, वे यह दावा करते हैं कि मरीज की स्थिति गंभीर है और बेहतर इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भेजा जाना जरूरी है।
यह व्यवहार न केवल अनैतिक है, बल्कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के प्रति मरीजों के भरोसे को भी कमजोर करता है। लोगों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर निलेश द्विवेदी का यह कदम जानबूझकर मरीजों को आर्थिक रूप से परेशान करने और निजी अस्पतालों को लाभ पहुंचाने के लिए उठाया जा रहा है।
स्थिति और भी चिंताजनक हो जाती है क्योंकि डॉक्टर निलेश द्विवेदी अभी बॉन्ड अवधि में हैं। स्थानीय नागरिकों ने यह मांग की है कि उनके बॉन्ड पीरियड को दोबारा शुरू किया जाए और उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) और चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर (CMHO) से इस मामले की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की अपील की जाएगी।