“IMA छत्तीसगढ़ का अल्टीमेटम: आयुष्मान योजना में बकाया 1300करोड़ भुगतान जल्द करे सरकार या होगा आंदोलन”

IMA Chhattisgarh: रायपुर। आयुष्‍मान योजना को लेकर फिर एक बार प्राइवेट अस्‍पतालों और सरकार के बीच टकराव की स्थिति बनती दिख रही है। प्राइवेट अस्‍पताल संचालक आयुष्‍मान योजना की बकाया राशि सहित अन्‍य समस्‍याओं को लेकर आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। IMA Chhattisgarhआईएमए छत्‍तीसगढ़ की आज राजधानी रायपुर में एक महत्‍वपूर्ण बैठक हुई। इस संबंध में डॉ. राकेश गुप्‍ता ने बताया कि इस बैठक में करीब 40 अस्‍पताल संचालक शामिल हुए। इसमें आयुष्‍मान योजना को लेकर अस्‍पताल संचालकों की दिक्‍कतों और समस्‍याओं पर विस्‍तार से चर्चा हुई। 

बैठक के दौरान आयुष्‍मान योजना का पांच महीने से बकाया भुगतान नहीं होने और 10 वर्ष से पैकेज रेट रिवाईज नहीं होने का मुद्दा प्रमुखता से समाने आया। इस पर विस्‍तार से चर्चा की गई। आईएमए ने इन मुद्दों को लेकर राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री श्‍याम बिहारी जायवसवाल से मुलाकात करने का फैसाला किया है। 

IMA Chhattisgarh मंत्री से मुलाकात के बाद भी यदि समस्‍या का समाधान नहीं हुआ तो अस्‍पताल संचालक उपवास सहित धरना- प्रदर्शन करने के लिए बाध्‍य होंगे। डॉ. राकेश गुप्‍ता ने बताया कि आज हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि आयुष्‍मान योजना का बकाया भुगतान जल्‍द कराने की मांग की जाएगी। जुलाई 2024 सरकार ने योजना के तहत भुगतान नहीं किया है। 

बकाया राशि ब्‍याज सहित देने की मांग सरकार से की गई है। इसी तरह आयुष्‍मान योजना के तहत होने वाले इलाज का पैकेज पिछले 10 साल से रिवाईज नहीं किया गया है, जबकि इस दौरान महंगाई बहुत बढ़ गई है। ऐसे में सभी पैकेज के पुर्ननिर्धारण की मांग की गई है। आईएमए छत्‍तीसगढ़ के पदाधिकारियों के अनुसार कई बार ऐसा होता है कि एक बार इलाज के लिए अनुमति दे दी जाती है, लेकिन इलाज होने के बाद रिजेक्‍ट कर दिया जाता है या पैकेज में कटौती कर दी जाती है।

IMA Chhattisgarh बैठक में यह भी मांग रखी गई कि एक बार इलाज के लिए अनुमति मिलने के बाद इलाज होने पर किसी प्रकार का रिजेक्शन या इलाज के पैकेज में कटौती नहीं होनी चाहिए।

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